क्या है GST (गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स)?
GST यानी “वस्तु एवं सेवा कर” भारत सरकार द्वारा लागू की गई एक ऐसी टैक्स प्रणाली है, जिसमें देशभर में हर वस्तु और सेवा पर सिर्फ एक ही टैक्स लगता है। “वन नेशन, वन टैक्स” की सोच इसके पीछे है—मतलब चाहे उत्पाद किसी राज्य में बने, बिके या इस्तेमाल हो, एक समान टैक्स दर लागू होगी। GST को 1 जुलाई 2017 को देशभर में लागू किया गया था और इसके बाद से समय-समय पर इसमें कई सुधार और बदलाव होते आए हैं.
पुराने टैक्स सिस्टम में क्या दिक्कत थी?
पहले हमें हर चीज़ पर कई अलग-अलग टैक्स देने पड़ते थे—वैट, सर्विस टैक्स, एक्साइज ड्यूटी, एंट्री टैक्स, कस्टम ड्यूटी, इंटर-स्टेट टैक्स आदि। इस वजह से टैक्स सिस्टम काफी जटिल था और कहीं-कहीं चीज़ें महंगी भी हो जाती थीं।
GST के फायदे
- टैक्स सिस्टम आसान और पारदर्शी
- राज्यों के बीच व्यापार में आसानी
- टैक्स चोरी की गुंजाइश कम
- ग्राहकों को चीज़ें सस्ती/सही दाम पर मिलना
22 सितंबर 2025: GST में सबसे बड़ा बदलाव – क्या-क्या नया?
अब तक GST के चार मुख्य स्लैब थे—5%, 12%, 18% और 28%। इसके अलावा कुछ ज़रूरी चीज़ें पूरी तरह टैक्स-फ्री (0%) थीं.
नई टैक्स दरें (स्लैब्स) क्या हैं?
- 5% – रोज़मर्रा की ज़रूरतों की चीज़ें (Essentials)
- 18% – अधिकतर सामान और सेवाएँ (Standard Rate)
- 40% – चुनिंदा लग्ज़री/सिन गुड्स (Tobacco, Pan Masala, High-end Cars वगैरह)
क्या-क्या स्लैब खत्म कर दिए गए?
नई स्लैब्स और मुख्य बदलाव: आसान भाषा में पूरी लिस्ट
1. 5% स्लैब में आने वाली प्रमुख चीज़ें
- ब्रेड, पराठा, रोटी, चपाती, पिज़्ज़ा ब्रेड, खाखरा अब GST फ्री (0%).
- दूध, दही, घी, मक्खन, पनीर, चीज़, डेयरी स्प्रेड्स.
- पैकेज्ड नमकीन, भुजिया, मिक्सचर.
- बर्तन, बच्चों के फीडिंग बॉटल्स, नैपिज़, डायपर्स.
- सिलाई मशीन, कृषि मशीनरी व इसके पार्ट्स—जुताई, खेती, कटाई सब पर राहत.
- ट्रैक्टर, ट्रैक्टर टायर, बायो-फर्टिलाइजर्स और ड्रिप इरिगेशन सिस्टम.
- शैम्पू, साबुन, टूथपेस्ट, हेयर ऑयल, टूथब्रश (पहले 18% या 12%, अब सिर्फ 5%).
- छात्रों के स्टेशनरी सामान जैसे नक्शे, पेंसिल, एक्सरसाइज़ बुक्स, शार्पनर, क्रेयॉन्स, इरेज़र (अब 0%).
2. 18% स्लैब में आने वाली चीज़ें (पहले 28% वाली कई चीज़ें)
- सीमेंट
- छोटे कार (≤1200 cc), मोटरसाइकिल (≤350 cc), ऑटो, एंबुलेंस, बस, ट्रक.
- एयर कंडीशनर, 32 इंच या उससे बड़े LED/LCD टीवी, ग्राइंडर, डिश वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव, प्रोजेक्टर, अन्य इलेट्रॉनिक गूड्स.
- मोबाइल फोन, फ्रिज, कूलर.
3. 40% स्लैब में किस पर लगेगा?
4. कपड़े और फुटवियर – फायदा और शर्तें
- ₹2500 तक के कपड़े/जूते-चप्पल—5% GST (पहले 1,000 रु. तक पर 5%, बाद में 12% था).
- ₹2500 से ऊपर—अब 18% GST.
5. हेल्थकेयर सेक्टर – आम जनता को राहत
- हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस (≤5 लाख)—पूरी तरह GST मुक्त.
- थर्मामीटर, मेडिकल ऑक्सीजन, डायग्नोस्टिक किट्स, ग्लूकोमीटर आदि (अब 5% या 0%).
- कई ज़रूरी दवाएँ/लाइफ-सेविंग ड्रग्स—0% या 5% स्लैब.
6. शिक्षा और स्टेशनरी – बच्चों को राहत
7. खाने-पीने और रोज़मर्रा की कई चीज़ों पर राहत
- मक्खन, घी, ड्राई फ्रूट, कंडेंस्ड मिल्क, सॉसेज, मांस, जैम, नारियल पानी—18% से घटाकर 5%.
- बिस्कुट, कॉर्नफ्लेक्स, फ्रूट जूस, नमकीन, पेस्ट्री, आइसक्रीम, 20-लीटर बोतल वाला पानी.
- बिना पैक खाद्य/कृषि उत्पाद (दाल, आटा, चावल)—0% GST.
क्या महंगा हुआ? किधर टैक्स बढ़ा?
आम आदमी के लिए राहत ही राहत है—बढ़ोतरी बहुत कम आइटम्स में है:
- तंबाकू उत्पाद, सिगरेट—सीधे 40% स्लैब में गए.
- लग्ज़री कैटेगरी—कुछ हाई-एंड गाड़ियाँ, महंगे सेवाएँ/SUV.
- IPL जैसी प्रीमियम टिकट या सिन गुड्स पर 40% सीधे।

काउंसिल की बारीक बातें और प्रक्रिया में बदलाव
- GST Refunds अब ऑटोमैटिक प्रोसेसिंग—इंटरप्रेन्योर्स और बिज़नेस को जल्दी स्लिप मिलेगी.
- निर्यातकों का रजिस्ट्रेशन—1 महीना से घटाकर सिर्फ 3 दिन.
- कंपनियों को निर्देश—22 सितंबर के बाद नया स्टॉक आएगा, तभी नई दरें लगेंगी। जो भी रेट कट होगा, उसका फायदा ग्राहक तक पहुँचाएँ.
- सिंगल टैक्स सिस्टम—राज्यों में कारोबार, ईजी फाइलिंग और सरलता.
22 सितंबर से किन्हें सबसे ज्यादा फायदा?
- आम परिवार, किसान, छात्र, छोटे कारोबारी, मजदूर सबको सबसे ज्यादा फायदा।
- त्योहारों के सीजन में कई ज़रूरी चीज़ें सस्ती—खाने-पीने का सामान, कपड़े, बर्तन, छूट विशेष.
- कृषि और हेल्थ सेक्टर की लागत कम।
- छोटे उद्यमियों के लिए जीएसटी विवरणी/रिटर्न फाइलिंग सरल होगी.
यहाँ 22 सितंबर 2025 से लागू होने वाले नए GST स्लैब और उनके तहत वस्तुओं/सेवाओं की लिस्ट दी गई है, जिसमें बताया गया है कि किस पर कितना GST लागू होगा।
इस लिस्ट में वो प्रमुख चीज़ें शामिल हैं जिनपर टैक्स दरें बदली हैं या कायम हैं
GST स्लैब्स और उनपर लागू दरें (22 सितंबर 2025 से)
GST स्लैब (%) | वस्तुएं/सेवाएं (मुख्य) |
---|---|
0% | स्वास्थ्य और जीवन बीमा (5 लाख तक), 33 ज़रूरी दवाएं, शैक्षणिक स्टेशनरी (पेंसिल, बुक, क्रेयॉन, नक्शे), जरूरी खाद्य-तत्त्व, दाल, आटा, चावल, दूध, दूध से बने प्रोडक्ट, पानी, सरकारी प्रकाशित पुस्तकें |
5% | रोजाना के खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, मक्खन, पनीर, ब्रेड, नमकीन, खाद्य तेल, शैम्पू, साबुन, टूथपेस्ट, हेयर ऑयल, जूते/कपड़े (₹2500 तक), कृषि उपकरण, घरेलू क्लीनर, बच्चों का पोषण सप्लीमेंट |
18% | इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (टीवी, मोबाइल, फ्रिज, एयर कंडीशनर), कारें (1200 cc तक), मोटरसाइकिल (350 cc तक), सीमेंट, छोटे आकार की मशीनें, कपड़े ₹2500 से ऊपर, फर्नीचर, बैंक सेवाएं, होटल/रेस्टोरेंट (2500 तक) |
40% | तंबाकू की चीजें (सिगरेट, गुटखा), लग्ज़री कारें, पान मसाला, महंगे स्पोर्ट्स टिकट, शराब (कुछ राज्यों में), हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक्स/फैशन आइटम्स |
विस्तार से लिस्ट और उदाहरण
0% GST (पूरी तरह टैक्स मुक्त या छूट)
- स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा (Policy Value up to ₹5,00,000)
- स्टेशनरी: पेंसिल, रबर, बुक, क्रेयॉन्स, नक्शे, एक्सरसाइज़ बुक्स
- आवश्यक खाद्य पदार्थ: अनाज, दाल, दूध, पानी, ताजा फल और सब्ज़ियां (अप्रोसेस्ड)
- सरकारी पुस्तकों, पूजा सामग्री
5% GST (कम टैक्स, रोज़मर्रा की ज़रूरतें)
- दूध, दही, मक्खन, पनीर, घी, ब्रेड, नमकीन, मैदा, आटा
- शैम्पू, साबुन, टूथपेस्ट, हेयर ऑयल, खाद्य तेल
- कृषि उपकरण, फीड, बीज
- कपड़े और फुटवियर ₹2500 तक
- बच्चों के डायपर्स, फीडिंग बोतल्स
- घरेलू सफाई उत्पाद
18% GST (स्टैंडर्ड दर)
- टीवी, मोबाइल फोन, फ्रिज, एयर कंडीशनर, वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव, प्रोजेक्टर
- कारें ≤1200 cc, मोटरसाइकिल ≤350 cc, ट्रक, बसें, ऑटो
- छोटा फर्नीचर, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- बैंक की सेवा और हाउसिंग लोन सेवा
- कपड़े और फुटवियर ₹2500 से ऊपर
40% GST (उच्च टैक्स – लग्ज़री और नशीली वस्तुएं)
- सिगरेट, तंबाकू पान मसाला, गुटखा
- लग्ज़री कारें (उच्च cc वाली), बड़े SUV
- प्रधान स्पोर्ट्स टिकट (जैसे IPL के प्रीमियम टिकट)
- पान मसाला
निष्कर्ष
22 सितंबर से देशभर में जीएसटी सिस्टम और सरल, सबकी जेब पर राहत, कारोबार में पारदर्शिता और उपभोक्ताओं के अधिकारों में मजबूती। कीमतें अब हर जगह एक सी—लंबी दौड़ में सबको फायदा.
अगर विस्तार में और कोई जानकारी चाहिए या लिस्ट का कोई हिस्सा समझना है, जरूर पूछें!
-
ये नई दरें कब से लागू होंगी?
22 सितंबर 2025 से सभी जगह—खुदरा, ऑनलाइन, थोक मार्केट, हर राज्य में
-
पुराना स्टॉक कब तक बिकेगा?
-
क्या 12% और 28% स्लैब वापस आ सकता है?
नहीं, फिलहाल सिर्फ 5%, 18% और 40% स्लैब ही रहेंगे।
-
GST सबसे ज्यादा फायदा किसे?
मिडिल क्लास, निम्न आय वर्ग, छात्र, किसान, बीमा लेने वाले परिवार, छोटी कंपनियाँ।